Kal Chaudhvin Ki Raat Thi (Edited / Live In India)

作词:佚名

作曲:Ghulam Ali

所属专辑:Icon

歌词

@migu music@

कल चौदहवीं की रात थी

शब भर रहा चर्चा तेरा

कल चौदहवीं की रात थी

कुछ ने कहा ये चाँद है

कुछ ने कहा, चेहरा तेरा

कल चौदहवीं की रात थी

हम भी वहीँ, मौजूद थे

हम से भी सब पुछा किए

हम हंस दिए, हम चुप रहे

मंज़ूर था परदा तेरा

इस शहर में किस्से मिलें

हम से तो छूटी महफिलें

हर शख्स तेरा नाम ले

हर शख्स दीवाना तेरा

कूचे को तेरे छोड़ कर

जोगी ही बन जायें मगर

जंगल तेरे, पर्वत तेरे

बस्ती तेरी, सेहरा तेरा

बेदर्द सुन्नी हो तो चल

कहता है क्या अच्छी ग़ज़ल

आशिक तेरा, रुसवा तेरा

शायर तेरा, इंशा तेरा

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